किसी ने पूछा प्रेम क्या है ? तब मेरे अंतःकरण से जो जवाब बन पड़ा वह आपके समक्ष रखता हूँ | प्रेम आत्मा का राग है, चित्त का अनुराग है, रिश्तों का भाग है वैरागी का वैराग है, भक्ति की लाग है, अर्थात प्रेम आत्मा का वह भाव, वह सम्प्रेषण का माध्यम है, जो दूर से … Read more
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