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उत्कर्ष दोहावली २५/५/२०१८

जनक सुता माँ जानकी,अरु दशरत सुत राम । श्री   चरणों   मे  आपके,मेरा नमन प्रणाम ।। - उत्कर्ष अज्ञानी    ठहरा    प्रभो,नहीं तनिक भी ज्ञान । क्षमा  करो   मम  भूल हे,पवन पुत्र हनुमान ।। - उत्कर्ष ज्ञान   दायनी  भगवती,रखो कलम का मान । तुरत  संभालो  काज म… Read more »

यूपी चुनाव विशेष

यूपी में चहुँ ओर ही,खिला  कमल का फूल | साईकल,हाथी,हाथ को,गये लोग अब भूल || भले के सब ही साथी । गिरा हाथो  से  हाथी ।। सृजनकार : नवीन श्रोत्रिय “उत्कर्ष” यूपी चुनाव Read more »

दोहा मुक्तक

दोहा मुक्तक ---------------- जय श्री राधे श्याम जी,जय गुरुवर,गुणिधाम । पंचभूत,  गृहदेव    जी,करता   तुम्हे   प्रणाम । भूल   हुई  कोई  अगर,क्षमा  दान  दो   आप । कृपा रखो मुझ दीन पर,करो पूर्ण सब  काम ।।  नवीन श्रोत्रिय उत्कर्ष श्रोत्रिय निवास बयाना Read more »

दुम दार दोहा : ०१

महाशिव रात्रि ---------------- महादेव  को  था मिला,माँ  गौरा  का साथ । फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी,बनी महाशिव रात ।। रात    मंगल    फलदायी । साथ भर खुशियाँ लायी ।। मद ---- मदिरा कंचन कामिनी,और धरा का प्यार । आज जरूरत यह बने,चाहे  अंत  बिगार ।। बात  वो  ही  ना माने । सार इनक… Read more »

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