सुखेलक छंद : SUKHELAK CHHAND
सुखेलक छंद विधान :-
नगण,जगण,भगण,जगण,रगण, 7/8= 15 वर्ण
जग सब भूल के,अब बुलाय राधिका
सुध बुध खो बनी,सजन देख साधिका
दरस करा मुझे,अब सुजान साँवरे
हृदय जला रही,जगत मोह छाँव रे
सुध बुध खो बनी,सजन देख साधिका
दरस करा मुझे,अब सुजान साँवरे
हृदय जला रही,जगत मोह छाँव रे
Sukhelak Chhnd Ka Vidhan Or Udaharan |
2 Comments
Sunder
जवाब देंहटाएंजी हार्दिक आभार
हटाएं